मुंबई, 3 जून 2025: भारत की सबसे अमीर महिलाओं में शुमार लीना गांधी तिवारी ने मुंबई के वर्ली इलाके में दो समुद्र के सामने वाले ultra-luxury duplex फ्लैट्स 703 करोड़ रुपये में खरीदकर देश के रियल एस्टेट इतिहास में नया रिकॉर्ड बना दिया है। लीना, जो एक मल्टीनेशनल फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी कंपनी USV प्राइवेट लिमिटेड की चेयरपर्सन हैं, ने यह सौदा 28 मई 2025 को रजिस्टर किया। 30 मई 2025 तक उनकी नेटवर्थ 3.9 बिलियन डॉलर (लगभग 32,500 करोड़ रुपये) आंकी गई है, जो उन्हें भारत की सबसे धनी महिलाओं में से एक बनाती है।
लीना ने वर्ली सी फेस पर बने 40 मंजिला लग्जरी टावर नमन ज़ाना में 32वीं से 35वीं मंजिल तक फैले दो डुप्लेक्स फ्लैट्स खरीदे। इन फ्लैट्स का कुल कारपेट एरिया 22,572 वर्ग फुट है, और प्रति वर्ग फुट की कीमत 2.83 लाख रुपये रही। फ्लैट्स की कीमत 639 करोड़ रुपये है, जिसमें 63.9 करोड़ रुपये स्टांप ड्यूटी और GST के रूप में अलग से दिए गए, जिससे कुल सौदा 703 करोड़ रुपये का हो गया। नमन ज़ाना अरब सागर के मनोरम दृश्य, स्मार्ट होम ऑटोमेशन, और इको-फ्रेंडली आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है। इसकी लोकेशन—बांद्रा-वर्ली सी लिंक और कोस्टल रोड के पास—इसे मुंबई का सबसे प्रतिष्ठित पता बनाती है। टावर में पार्टी हॉल, पिलाटे रूम, और इंडोर गेम्स एरिया जैसे प्रीमियम एमेनिटीज भी हैं।
लीना गांधी तिवारी का बैकग्राउंड
लीना गांधी तिवारी USV प्राइवेट लिमिटेड की चेयरपर्सन हैं, जिसकी स्थापना उनके दादा विठ्ठल बालकृष्ण गांधी ने 1961 में रेवलॉन के साथ साझेदारी में की थी। कंपनी डायबिटीज और हृदय रोगों की दवाओं, बायोसिमिलर, और एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडिएंट्स (APIs) में विशेषज्ञता रखती है। लीना की लीडरशिप में USV भारत की टॉप 5 फार्मा कंपनियों में शुमार है, जिसने FY24 में 4,840 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया। कंपनी का फ्लैगशिप प्रोडक्ट Glycomet भारत में दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली डायबिटीज दवा है, जिसकी बिक्री 806 करोड़ रुपये रही। इसके अलावा Ecosprin और Roseday जैसी दवाएं भी मार्केट में मजबूत स्थिति रखती हैं। लीना ने मुंबई यूनिवर्सिटी से B.Com और बॉस्टन यूनिवर्सिटी से MBA किया है।
मुंबई में लग्जरी रियल एस्टेट का ट्रेंड
मुंबई का लग्जरी रियल एस्टेट मार्केट हाल के महीनों में हाई-प्रोफाइल सौदों से गुलजार है। लीना से पहले 2025 में बैंकर उदय कोटक ने वर्ली में एक पूरी सी-फेसिंग बिल्डिंग 400 करोड़ रुपये से ज्यादा में खरीदी थी। मेट्रो ब्रांड्स के प्रमोटर्स ने लोअर परेल के पाले रोयाले में 405 करोड़ रुपये का फ्लैट खरीदा, जबकि RR केबल की काबरा फैमिली ने वर्ली के 360 वेस्ट में 200 करोड़ रुपये का सौदा किया। रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि समुद्र के सामने वाली प्रॉपर्टी की कमी, बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, और बढ़ती संपत्ति के चलते मुंबई का प्रीमियम सेगमेंट लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है।
X पर इस सौदे ने खूब सुर्खियां बटोरीं।@IndianTechGuide ने लिखा, “भारत का सबसे महंगा रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी सौदा! लीना गांधी तिवारी ने वर्ली में 639 करोड़ रुपये में दो डुप्लेक्स खरीदे, प्रति वर्ग फुट 2.83 लाख रुपये।”@FortuneIndia ने पोस्ट किया, “लीना गांधी तिवारी ने 703 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड सौदे के साथ भारत के लग्जरी रियल एस्टेट में नया बेंचमार्क सेट किया। #MumbaiRealEstate” कुछ यूजर्स ने इसे धन की शक्ति बताया, तो कुछ ने सवाल उठाया कि क्या इतनी कीमतें आम लोगों के लिए रियल एस्टेट को और दूर नहीं कर रही हैं।
लीना की अगुवाई में USV ने 2018 में जर्मनी की जूटा फार्मा को अधिग्रहण कर अपनी वैश्विक मौजूदगी बढ़ाई। उनकी बेटी अनीशा गांधी तिवारी, जो MIT से Ph.D. हैं, 2022 से USV के बोर्ड में हैं। कंपनी अब इंसुलिन पोर्टफोलियो को मजबूत करने और सेमाग्लूटाइड जैसी जेनेरिक दवाओं पर काम कर रही है, ताकि डायबिटीज मार्केट में अपनी पकड़ बनाए रखे। लीना न सिर्फ बिजनेस में बल्कि philanthropy में भी सक्रिय हैं। उन्होंने 2019 में 34 करोड़ रुपये दान किए थे और सुशीला गांधी सेंटर फॉर अंडरप्रिविलेज्ड वीमेन को सपोर्ट करती हैं।
क्या है नमन ज़ाना की खासियत?
नमन ज़ाना, जिसे तलति एंड पार्टनर्स LLP ने डिजाइन किया है, 22 exclusive रेजिडेंशियल यूनिट्स के साथ बनाया गया है, जिसमें प्रति फ्लोर 6,500 वर्ग फुट का bare-shell स्पेस है। यह 3 BHK से 5 BHK तक के कॉन्फिगरेशन ऑफर करता है। इसकी लोकेशन इसे खास बनाती है—फ्लोरा जंक्शन पर वर्ली सीफेस, जहां से अरब सागर और मुंबई का “गोल्डन गेट” ब्रिज दिखता है। मानसून में “खंडाला फॉग” और हमेशा सुरक्षित व्यू इसे ultra-luxury बनाते हैं। प्रोजेक्ट 28 अगस्त 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है।
लीना का यह सौदा मुंबई के लग्जरी रियल एस्टेट मार्केट में बढ़ती मांग को दर्शाता है। ANAROCK रिसर्च के मुताबिक, जनवरी से अप्रैल 2025 में मुंबई में 52,896 प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन हुए, जो पिछले साल की तुलना में 8% ज्यादा हैं। इस दौरान सरकार को 4,633 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला, जो 21% की बढ़ोतरी दर्शाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सी-फेसिंग प्रॉपर्टी की कमी और HNI खरीदारों की बढ़ती संख्या इस सेगमेंट को और ऊंचाई देगी।
लीना गांधी तिवारी का यह सौदा न सिर्फ उनकी संपत्ति का प्रतीक है, बल्कि मुंबई के रियल एस्टेट मार्केट में एक नए युग की शुरुआत भी है। क्या यह ट्रेंड भविष्य में और रिकॉर्ड तोड़ेगा? यह देखना बाकी है।