Khan Sir Marriage Ceremony : शिक्षक पर दोहरे मापदंड का आरोप, पत्नी की पहचान छिपाने पर उठे सवाल

Malik Hasnain
खान सर के रिसेप्शन में घूंघट विवाद: प्रगतिशील शिक्षक पर दोहरे मापदंड का आरोप, पत्नी की पहचान छिपाने पर उठे सवाल

पटना, 3 जून 2025: बिहार के मशहूर यूट्यूबर और शिक्षक खान सर, जिनका असली नाम फैजल खान बताया Ascendant Press ने अपनी शादी की घोषणा हाल ही में एक live class के दौरान की थी, और 2 जून 2025 को पटना के पनाश बैनक्वेट्स में उनके wedding reception की तस्वीरें और वीडियो viral हो गए। इस रिसेप्शन में उनकी पत्नी A.S. खान ने पारंपरिक लाल लहंगे में घूंघट पहना था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर खान सर के कथित प्रगतिशील विचारों और इस कदम के बीच ‘दोहरे मापदंड’ को लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोगों ने उनके इस कदम को निजी पसंद और सांस्कृतिक परंपरा बताया, जबकि अन्य ने इसे उनकी शिक्षाओं के खिलाफ hypocrisy करार दिया।

शादी और रिसेप्शन की डिटेल्स (Khan Sir Marriage Ceremony)

खान सर ने 7 मई 2025 को एक Khan Sir Marriage Ceremony private ceremony में शादी की थी, जिसे उन्होंने भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण गोपनीय रखा। अपनी signature humorous style में, उन्होंने students के साथ live class में इसकी घोषणा की और अपनी पत्नी का नाम A.S. खान बताया, लेकिन उनकी तस्वीर या अन्य details share नहीं कीं। 2 जून को पटना में हुए grand reception में political और academic figures शामिल हुए। उनकी पत्नी ने घूंघट में पहली public appearance की, और उनकी पहचान को छिपाए रखने के फैसले ने controversy को जन्म दिया। खान सर ने 6 जून को अपने students के लिए एक special feast की भी घोषणा की है, जो उनकी humility और student community के प्रति लगाव को दर्शाता है।

सोशल मीडिया पर विवाद

Khan Sir Marriage Ceremony – X पर इस घटना ने तीखी बहस छेड़ दी। कुछ users ने खान सर के घूंघट के फैसले को उनकी progressive teachings के खिलाफ बताया, जिनमें वे अक्सर सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोलते हैं। @Priyamlkoffcl ने लिखा, “खान सर ने पूरे देश को अपने ज्ञान से प्रभावित किया, मगर रिसेप्शन में अपनी पत्नी को घूंघट में रखकर उन्होंने संकीर्ण विचारधारा दिखाई। घूंघट गुलामी का प्रतीक है।” @rautvikash971 ने कहा, “खान सर ने अपनी पत्नी का चेहरा भी नहीं दिखाया। घूंघट या बुर्का निजी निर्णय है, मगर एक शिक्षक जो इन प्रथाओं पर ज्ञान देता है, उसे ऐसा करना hypocrisy है।”

वहीं, कुछ फैंस ने उनका बचाव किया। @apna9211 ने लिखा, “घूंघट या बुर्का पहनना निजी पसंद और सांस्कृतिक मान्यताओं का हिस्सा है। खान सर का यह फैसला उनकी परंपराओं के प्रति सम्मान को दर्शाता है।” @SonuRawat ने टिप्पणी की, “किसी को खान सर की पत्नी के घूंघट से दिक्कत क्यों? यह उनका निजी मामला है।” @Ramanand06 ने उनकी शादी की बधाई देते हुए लिखा, “खान सर जैसे शिक्षक humanity और students के लिए प्रेरणा हैं।”

- Advertisement -

खान सर, जिनका जन्म 1993 में उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुआ, ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से B.Sc., M.Sc., और M.A. (Geography) की डिग्री हासिल की। उनके यूट्यूब चैनल Khan GS Research Centre के 24 मिलियन से ज्यादा subscribers हैं, और उनकी unique teaching style ने उन्हें competitive exam aspirants के बीच popular बनाया। उनकी classes में वे अक्सर सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर बोलते हैं, जिसके कारण उनके घूंघट के फैसले पर सवाल उठे। कुछ critics का कहना है कि एक शिक्षक, जो gender equality और modernity की बात करता है, उसका अपनी पत्नी को घूंघट में रखना contradictory है

उत्तर भारत, खासकर हरियाणा और बिहार में, घूंघट married women के लिए एक सांस्कृतिक प्रथा है, जिसे modesty और respect का प्रतीक माना जाता है। हालांकि, इसका कोई religious significance नहीं है, और यह climate और social status से भी जुड़ा है। Critics का मानना है कि घूंघट और बुर्का जैसे practices को अगर women की voice दबाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, तो यह cultural violence का हिस्सा हो सकता है। खान सर के case में, उनकी पत्नी की पहचान को छिपाने और घूंघट में रखने ने इस debate को और हवा दी, खासकर जब उनकी public image एक progressive educator की है।

खान सर ने इस controversy पर अभी तक कोई official statement नहीं दिया है। उनकी team ने इसे निजी मामला बताया, और उनके supporters का कहना है कि यह उनकी cultural roots और family values का हिस्सा है। दूसरी ओर, critics इसे double standards मानते हैं, क्योंकि खान सर अपनी classes में अक्सर modern और inclusive values को promote करते हैं। उनकी पत्नी A.S. खान के बारे में ज्यादा जानकारी public domain में उपलब्ध नहीं है, और खान सर ने उनकी privacy को maintain रखा है।

6 जून को होने वाला student feast इस बात का प्रतीक है कि खान सर अपने students को कितना value देते हैं। लेकिन यह विवाद उनके public image पर सवाल उठा रहा है। क्या यह उनकी personal choice और cultural pride का मामला है, या एक शिक्षक के तौर पर उनकी credibility पर सवाल? यह डिबेट X पर और तेज हो रही है, और फैंस बेसब्री से उनके response का इंतजार कर रहे हैं।

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *